बेमेतरा जिले में बारूद फैक्ट्री में विस्फोट के बाद सेना की तकनीकी टीम के मार्गदर्शन में मौके से मलबा हटाने का काम पूरा हुआ
बेमेतरा : सेना की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि बेमेतरा कलेक्टर के अनुरोध पर सेंट्रल ऑडिनेंस डिपो-सी.ओ.डी., जबलपुर की एक टीम कल घटनास्थल पहुंची थी। इस टीम का नेतृत्व मेजर जयदीप कर रहे थे। इसमें एक जेसीओ और दो एम्युनेशन टेक्निकल कर्मी शामिल थे। सेना की इस टीम ने फैक्ट्री परिसर में विस्फोटकों के भंडारण सुविधाओं वाले सभी स्थानों का दौरा किया। घटनास्थल का जायजा लेने के बाद सेना की टीम की ओर से कहा गया है कि परिसर में भंडारित विस्फोटकों से अब विस्फोट का कोई खतरा नहीं है। साथ ही सेना के विशेषज्ञों ने परसों हुए विस्फोट के बाद पी.ई.टी.एन. विस्फोटक का जो हिस्सा बच गया था और उसे पानी में डुबाकर रखने, कैनटेरों से रिसे नाइट्रिक एसिड को पानी से भिगोने तथा इस क्षेत्र में आम लोगों की आवाजाही प्रतिबंधित करने की सलाह दी है।
जिले के कलेक्टर रणवीर शर्मा ने बताया कि सेना की टेक्निकल टीम की निगरानी में घटनास्थल से मलबा हटाने का काम पूरा हो गया है। मौके से मानव अंगों के अवशेष मिले हैं। इन अवशेषों को डीएनए टेस्ट के लिए भेजा जाएगा। गौरतलब है औद्योगिक उपयोग के लिए बारूद बनाने वाली इस फैक्ट्री में बीते शनिवार को विस्फोट हो गया था। इस घटना में आधिकारिक रूप से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। वहीं, छह अन्य लोग घायल हुए हैं। इस बीच, कंपनी प्रबंधन की ओर से मृतकों के परिजनों को तात्कालिक रूप से पांच-पांच लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की गई है। राज्य सरकार ने भी इस दुर्घटना में मारे गए लोगों को पांच लाख रूपए की सहायता राशि देने की घोषणा की थी।